आज जो मैं आपको बता रही हूं, यह गुरु शाबर मंत्र है। जब भी हम कोई शाबर मंत्र करते हैं, तो उससे पहले अगर हम इस शाबर मंत्र का सिर्फ 21 बार ही जाप कर लेते हैं, तो आपको एक तो प्रोटेक्शन मिलती है। साथ ही साथ, आपका जो मंत्र है, जो भी आप शाबर मंत्र की साधना शुरू कर रहे हैं, वह बहुत जल्दी कार्य करने लगता है।
यह गुरु मंत्र अगर आप रोज की एक माला करते हैं, तो यह सिद्ध हो जाता है। इसे सिद्ध करने का जो तरीका है, वह है कि आप एक घी का दिया जलाएं, उसका मुख अपनी तरफ रखें, और रोज एक रुद्राक्ष की माला पर आप इसका जाप करें। तो यह अपना कार्य करना शुरू कर देता है।
मंत्र क्या है: गुरु सट गुरु सट गुरु है वीर गुरु साब,
सुमिरो मण भात सिंगो टोरोम नह करताल सकल,
गुर का हर बजे घंटा पाकर उठ जात चेत संभार।
श परमहंस! इस मंत्र का आप एक माला रोज जाप कीजिए, और जब भी कोई शाबर मंत्र आपने करना हो, उससे पहले सिर्फ 21 बार इसका आप पढ़ लीजिए। ये अपना कार्य जरूर करेगा।

शाबर मंत्र: रहस्य और महत्व
शाबर मंत्र भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान रखते हैं। यह मंत्र विशेष रूप से लोक परंपराओं और तंत्र साधना से जुड़े होते हैं। शाबर मंत्र का प्रयोग साधकों द्वारा विशेष रूप से शुभ कार्यों, परेशानियों से मुक्ति और इच्छाओं की पूर्ति के लिए किया जाता है। इन मंत्रों का प्रभाव मान्यता के अनुसार बहुत गहरा होता है, और इनका जाप करने से व्यक्ति को त्वरित फल की प्राप्ति होती है।
शाबर मंत्र का इतिहास
शाबर मंत्रों की उत्पत्ति प्राचीन भारतीय ग्रंथों और लोक ज्ञान से हुई है। यह मंत्र आमतौर पर उन लोगों द्वारा उपयोग किए जाते हैं, जो साधना के माध्यम से आत्मिक शक्ति और मानसिक शांति प्राप्त करना चाहते हैं। कहा जाता है कि ये मंत्र साधकों को विशेष रूप से उनकी इच्छाओं को पूरा करने में सहायता करते हैं। शाबर मंत्रों का उपयोग विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों, यज्ञों और तंत्र साधनाओं में किया जाता है।
शाबर मंत्र के लाभ
शाबर मंत्रों के कई लाभ हैं। इनमें से कुछ प्रमुख हैं:
- प्रोटेक्शन: शाबर मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा मिलती है। इससे व्यक्ति का मन शांत रहता है और वह मानसिक रूप से मजबूत होता है।
- इच्छाओं की पूर्ति: जब कोई व्यक्ति किसी विशेष इच्छा के लिए शाबर मंत्र का जाप करता है, तो उसे जल्दी फल की प्राप्ति होती है।
- सकारात्मकता का संचार: यह मंत्र व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं, जिससे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बढ़ती है।
शाबर मंत्र का जाप कैसे करें
शाबर मंत्र का प्रभावी रूप से उपयोग करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है:
- सही समय: शाबर मंत्र का जाप सुबह या शाम के समय करना शुभ माना जाता है।
- माला का उपयोग: एक रुद्राक्ष की माला का उपयोग करके 108 बार मंत्र का जाप करना अधिक फलदायी होता है।
- विशेष स्थान: जाप करते समय एक शांत और पवित्र स्थान का चयन करें, जहां कोई बाधा न हो।
- एकाग्रता: जाप के समय एकाग्रता का होना आवश्यक है। अपने मन को शांत रखें और मंत्र के अर्थ पर ध्यान केंद्रित करें।
शाबर मंत्र का उदाहरण
एक प्रसिद्ध शाबर मंत्र है:
“गुरु सट गुरु सट गुरु है वीर गुरु साब,
सुमिरो मण भात सिंगो टोरोम नह करताल सकल,
गुर का हर बजे घंटा पाकर उठ जात चेत संभार।”
इस मंत्र का जाप करने से मानसिक तनाव कम होता है और व्यक्ति में सकारात्मकता का संचार होता है।